Metro Brand IPO में क्या करें? इश्यू सब्सक्राइब करें या नहीं? मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने दी कमाल की टिप्स
Metro Brand IPO: वैल्युएशन और थोड़ी आकर्षक रखनी चाहिए. वैल्यूएशन काफी कम है. राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाले आईपीओ में जोश रहता नहीं है. स्टार हेल्थ आईपीओ को भी ठंडा रिस्पॉन्स मिला था.
Metro Brand IPO: राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाले मेट्रो ब्रान्ड के IPO को अब तक ठंड रिस्पॉन्स मिला है. दूसरे दिन तक इश्यू सिर्फ 27% भरा है. ऐसे में निवेशकों को सब्सक्राइब करना चाहिए या नहीं? साथ ही लिस्टिंग के बाद के लिए स्ट्रैटेजी क्या होनी चाहिए? ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी इसको लेकर अपनी राय दी है. अनिल सिंघवी का मानना है कि 'थोड़ा रिस्क लेने वाला इन्वेस्टर्स लॉन्ग टर्म के लिहाज से पैसा लगा सकते हैं. लिस्टिंग पर बहुत मोटा पैसा बनने को लेकर कॉन्फिडेंट नहीं हूं.'
लिस्टिंग गेन मिलना मुश्किल, लंबी अवधि के लिए लगाएं पैसा
अनिल सिंघवी की निवेशकों को राय है कि पैसा इस रिस्क पर लगाएं कि अगर लिस्टिंग पर स्टॉक ऊपर लिस्ट हो जाए तो बढ़िया है लेकिन, अगर नीचे लिस्ट होता है तो और खरीदारी की जा सकती है. लिस्टिंग पर बड़ा गेन बनता नहीं दिख रहा है. इसलिए लॉन्ग टर्म स्ट्रैटेजी के साथ पैसा लगाने की सलाह है.
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कंपनी के लिए क्या है अच्छी बात
ब्रांड बहुत स्ट्रॉन्ग. देशभर में बड़े स्टोर्स है. रिटेल फुटवियर मार्केट में लीडर हैं. पॉलिश शू सेलिंग बाटा कंपनी के मुकाबले काफी ज्यादा है. 1300-1350 रुपए प्रति कस्टमर सेलिंग निकलकर आती है. जबकि बाटा की सिर्फ 550 रुपए प्रति कस्टमर है. प्राइसिंग पावर है. काफी बड़ा गैप है. हालांकि, बाटा अब लो-प्राइसिंग सेगमेंट में उतरा है. शू मार्केट बड़ा स्ट्रॉन्ग दिख रहा है. मेट्रो ब्रांड इसमें अपनी मजबूत जगह बना चुका है. अच्छा फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड है.
मेट्रो ब्रांड्स के IPO में क्या करें?
— Zee Business (@ZeeBusiness) December 13, 2021
ईश्यू सब्सक्राइब करें या नहीं?
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क्यों आगे रहेगी कंपनी
बाजार में जिस तरह का कंजम्प्शन बढ़ा है, उससे साफ है कि इनका कारोबार बढ़ने वाला है. प्रॉफिट मेकिंग कंपनी है. कंपनी के लिए बाजार में कंपिटिशन बहुत है. लेकिन, बहुत पुराने ब्रांड हैं तो इनको एक्सपीरियंस है कि किस तरह हैंडल करना है. कंपनी का फोकस बहुत क्लियर है कि कैसे सेल्स बढ़ानी है. कैसे एम्प्लॉइज को इंसेंटिवाइज करना है. वो जो कला है, इनको हमेशा आगे रखेगी.
एक ही निगेटिव चीजें
वैल्युएशन और थोड़ी आकर्षक रखनी चाहिए. वैल्यूएशन काफी कम है. राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाले आईपीओ में जोश रहता नहीं है. स्टार हेल्थ आईपीओ को भी ठंडा रिस्पॉन्स मिला था. इसमें भी रिस्पॉन्स नहीं दिख रहा है. अनिल सिंघवी का कहना है कि 'अगर 10% वैल्यूएशन नीचे रखी जाती तो दिल खोलकर स्ट्रॉन्ग Buy देता.' राकेश झुनझुनवाला के आईपीओ लिस्टिंग के बाद नीचे मिलते हैं. ये भी मिल सकता है. ये रिस्क ध्यान में रखते हुए ही निवेश करें. वहीं, अगर दो साल आगे का सोच रहे हैं तो पैसा बनेगा.
09:23 AM IST